sher shah suri शेरशाह सूरी की कहानी

 

शेरशाह  सूरी की कहानी 

सुर वंस का संस्थापक शेरशाह सूरी था , शेरशाह सूरी ने 1540 ई. में सुर बन्न्स का संस्थापना किया था ,शेरशाह सूरी अफगान से सम्बंधित है ,शेरशाह सूरी के पिता का नाम फरीद खा था l





शेरशाह शाह सूरी को शेरे खा की उपाधि कसने और क्यों डी ?

एक बार की बात है शेरशाह सूरी सीकर पर गये था उन्हें एक शेर देखा .शेर को एक ही बार में मार गिराए ,बह नुहानी के साथ सीकर पर गये थे .उनकी इस बहादुरी को देख कर बह बहुत परसन हुए और मुहम्बाद शाह नुहानी ने शेर खा की उपाधि उन्हें परदान किया l


शेर खा को राजभिसेक के बाद उन्हें कौन सी उपाधि डी गई

शेरे खा की राजभिसेक दिल्ली में की गई ,राजबिसेक के बाद उन्हें शेरशाह सूरी के नाम से परसिद हुऐ,

Shershah शाह सूरी ने सोने चाँदी और ताम्बे का सिका चलाया था ,भूमि मापने के लिए सिकन्दरी गज एव सन की दंन्दी का पर्चलन किया था ,क्बुलिअत पतता की प्रथा शेरशाह सूरी ने ही प्रारम किया था l


शेरशाह शुरी की मिर्त्यु कब हुई ?

शेरशाह सूरी की मिर्त्यु बारूद के ढेर पर आग लगने से बिस्फोट होने से हुई थी ,शेरशाह सूरी की मिर्त्यु 1545 ई. में हुई थी l

 

शेरशाह शुरी की किला ?

शेरशाह सूरी का किल्ला बिहार में इस्तित सासाराम में इस्तित है ,शेरशाह सूरी ने अपना जीबन काल में निर्माण काया l
1940 में शेरशाह सूरी ने हिमायू को हराकर भारत पर कब्जा कर लिया था ,हिमायु बाबर का बेटा था ,शेरशाह सूरी ने रूपये का परचालन करबाया था l
उसका मकबरा अश्त्कोंन मकबरा का निर्माण 1440 ई. के बिच हुआ था l


शेरशाह सूरी का मकबरा ?

शेरशाह  सूरी का जन्म पंजाब के रजवाड नामक स्थान पर हुआ था ,उसका बचपन का नाम फरीद खा था ,वह बाबर के लिए काम किया करता था ,लेकिन बाद में वह बिहार के सुल्तान मुहम्मद शाह नुहानी के यहा काम किया करता था ,शेरशाह सूरी के पिता हसन खा छोटे से जमीदार थे ,शेरशाह सूरी का मकबरा बिहार में इस्तित सासाराम में है ,बिहार के रोह्ताज जिला में है ,शेरशाह सूरी का मकबरा 52 एकड़ में तालाब के बीचोबीच इस्तित है ,शेरशाह का यह मकबरा विश्व के एतिहासिक धरोहरों में सामिल है ,जमीन के सतह से 122 फिट उचा यह मकबरा है इसमें इस्लामी वस्तुय कला का बेजोर नमूना है इस मकबरे का  निर्माण बलुई लाल पत्थर के  इस्तेमाल किया गया है l

 

पाटलिपुत्र का नाम पटना के नाम से पुनह स्थापित किसने किया था ?

पाटलिपुत्र जो बिहार की राजधानी के नाम से जाना जाया जाता है ,उसका नया नाम पटना शेरशाह सूरी ने ही दिया ,पाटलिपुत्र को पुनह स्थापित शेरशाह सूरी ने ही किया , दिल्ली में पुराणी किला का

निर्माण शेरशाह सूरी ने ही किया l जो हिमयु द्बारा निर्मित थी , जिसका नाम पनाह इमारत था l

शेरशाह सूरी ने आपने जीबन कल में अनेक प्रकार के बीरता का काम किये l उन्होंने अपने सस्न काल में काबुल से लेकर बांगला देस तक लम्बी सडक का निर्माण किया ,जिसका नाम आज लोग jitiरोड ग्रेंड ट्रंक रोड के नाम से जाना जाता है  

 

 शेरशाह सूरी की मुर्त्यु कैसे हुए ?

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