एलोरा के कैलाश मंदिल को किसने और कब बनबाया काहा इस्तित है ?
कैलाश मंदिर
कैलाश
मंदिर काहा इस्तित है ?
कैलास
मंदिर यह भारत के मुंबई(औरंगाबाद) में इस्तित है ,कैलास मंदिल अति अद्बुत शानदार
कला से सुसोबित है ,इसे अति दर्शनीय विलाच्चं माँन जाता है ,इसका निर्माण एक बिसाल
पथर को अति बारीकियो से काट कर अति दिब्य बनाया गया है ,ख़ास बात यह है की इसका
निर्माण पथर को एक दुसरे पर जमाक्र नही किया गया है बल्कि बिपरीत दिसा में किया
गया है .एक बिसाल पर्बत को बारीकियो से काट कर खोखला कर किया गया है मंदिल में
गर्भगृह ,अस्तम,द्वार ,नकाशी किया गया है ,औरंगाबाद में इस्तित अति सोव्ह्नीय है
,इसकी सुन्दरता को निहारने के लिए पर्यटक दूर दूर से चलकर आते है .इसकी लम्बाई 276
फुट एब 154 फुट चौड़ा है l
बिशेश्ग्य का मानना है की इसका निर्माण एक चटान से किया
गया है l इसकी संरचना ऊपर से निचे कियोर काट कर किया गया है l
इसकी
उचाई 90 फुट है l
इस के अंदर ३४ गुफा बनाया गया है l
इस मदिल का निर्माण करने में लगभग 18 वर्ष का समय लगा था l यह गुफा के लिए विश्व
बिख्यात है l इसके अनदर में महीन कला किर्तिया की गई हैl
इस
मंदिल में जिस पत्थर का इस्तेमाल किया गया है उसका बजन 40हजार तन के करीब है ,इस
मंदिल को बनाने के 100 साल से ज्यादा का बक्त लगा होगा l
कैलाश
मंदिल जाने के लिए कई प्रकार के साधन भी है l
निकटतम
में ही एयर्पोट जिसका नाम (औरंगाबाद )एयर्पोट है l
निकतम
में ही रेलबे स्टेसन जिसका नाम औरंगाबाद जक्सन है पर्यटक सडक का भी इस्तेमाल कर
कैलास मंदिल जा सकते है
एलोरा
के कैलाश मंदिल को किसने और कब बनबाया ?
एलोरा
की गुफा जो मुंबई (औरंगाबाद) में इस्तित है l इस मदिल का निर्माण
राष्ट्कूट वंस के नरेस कृषण पर्थम ने 757 783 के लगभग सुरु करबाया था ,इसका
निर्माण करने में लगभग 7000 मजदूर ने कड़ी मेहनत कर दिन रात काम कर इस मंदिल को
बनाया था l
इस
मंदिल को देखने लोग देस बिदेस से आया किया करते है l
हैरान
कने की बात यह है की यहां पर एक भी पुजारी नही है l
यहां
आज तक कभी पूजा नही हुई है , इस मंदिल को उनेस्कों ने विश्व बिरासत में सामिल किया
1983 में इसे विरासत स्थल में घोषित कर दिया l
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